वायु फोटोचित्र (एरियल फोटोग्राफी) – गुण, दोष एवं प्रकार

वायु फोटोचित्र (एरियल फोटोग्राफी) गुब्बारे, वायुयान तथा अन्य किसी आकाशीय प्लेटफार्म के माध्यम से जो चित्र प्राप्त किया जाता है उसे वायु फोटोचित्र (एरियल फोटोग्राफी) कहा जाता है। वायुमण्डल आधारित प्लेटफार्म; वायुमण्डल में स्थिर अथवा गतिमान आधार के लिए हेलिकॉप्टर अथवा वायुयान का प्रयोग किया जाता है। कैमरा तथा वायुयान के प्रयोग से वायु फोटोचित्र … Read more

राजस्थान की मुख्य फसलें – Main crops of Rajasthan

राजस्थान की मुख्य फसलें 1. गेंहू (रबी) राजस्थान की मुख्य फसलें- राजस्थान में सर्वाधिक उत्पादन वाला खाद्यान्न (फसलों में) गेंहू है, जिसके उत्पादन के लिए तापमान 10° से 20° सेंटीग्रेड व वर्षा 50 से 70 सेमी एवं मिट्टी काम्पीय व दोमट अधिक उपयुक्त होती है। गेंहू की फसल को अधिक सिंचाई की आवश्यकता होती है। … Read more

राजस्थान का अपवाह तन्त्र // Rajasthan’s drainage system

नमस्कार दोस्तों, आज में आपके लिए बहुत ही शानदार पोस्ट लेके आया हूं, आज की पोस्ट में हम राजस्थान का अपवाह तन्त्र – rajasthan ka apavah tantra, rajasthan ki pramukh nadiya – राजस्थान की प्रमुख नदियाँ, राजस्थान में नदी तंत्र, राजस्थान में अपवाह तंत्र के बारे में विस्तार से बात करेंगे। इस टॉपिक में से राजस्थान … Read more

राजस्थान के प्रमुख धरातलीय प्रदेश (Land of Rajasthan State)

धरातलीय विशिष्टताओं के आधार पर राजस्थान के प्रमुख धरातलीय प्रदेश को निम्नलिखित प्रमुख एवं उप-विभागों में विभक्त किया जाता है- 1. पश्चिमी मरूस्थली प्रदेश 2. अरावली पर्वतीय प्रदेश 3. पूर्वी मैदानी प्रदेश 4. दक्षिणी-पूर्वी पठार (हाडौती का पठार) 1. पश्चिमी मरूस्थली प्रदेश राजस्थान का अरावली श्रेणियों के पश्चिम का क्षेत्र शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क मरूस्थली प्रदेश … Read more

राजस्थान में पाई जाने वाली प्रमुख मिट्टियाँ – Major soils of Rajasthan

राजस्थान में पाई जाने वाली प्रमुख मिट्टियाँ :- मृदा के अध्ययन को ‘पेडोलॉजी‘ कहते है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली (ICAR) द्वारा भारतीय मिट्टियों को आठ भागों में बांटा जाता है। ये हैं- राजस्थान में पाई जाने वाली प्रमुख मिट्टियाँ 1. रेतीली मृदा/बलुई/मरुस्थलीय मृदा शुष्क प्रदेश में मिलने वाली यह मृदा केल्सियम एवं फॉस्फोरस … Read more

भारत की जलवायु एवं उसको प्रभावित करने वाले कारक

जलवायु क्या हैं? किसी स्थान की वायुमण्डलीय दशा (तापमान, वायुदाब, आर्द्रता, वायुवेग व पवन) का कुछ समय (मिनट, कुछ घण्टे या चार-पाँच दिन) के सम्मिलित रूप् को ‘मौसम’ (एक दिन में कई बार मौसम बदलता है), कुछ माह के सम्मिलित रूप् को ‘ऋतु’ तथा लम्बे समय (30 वर्षों से अधिक) के सम्मिलित रूप को ‘जलवायु’ … Read more